रक्षा प्रमुख जनरल अनिल चौहान की फ्रांस की व्यापक यात्रा सम्पन्न हो गई है। रक्षा मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में बताया कि इस यात्रा से भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक भागीदारी की पुष्टि हुई है और दोनों देशों के द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और मजबूती मिली है। रक्षा प्रमुख की फ्रांस के नागरिक और सैन्य निदेशक कैबिनेट सशस्त्र बल मंत्री पैट्रिक पेलॉक्स तथा सैन्य प्रमुख कैबिनेट सशस्त्र बल मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल विंसेंट गिरौड के साथ बातचीत में साझा हित तथा आपसी सुरक्षा सरोकारों पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ।
रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि यात्रा के दौरान फ्रांस रक्षा उद्योग के शीर्ष नेतृत्व के साथ भी संवाद किया गया। इनमें दसाल्ट, सैफ्रॉन और नवल ग्रुप तथा थालेस एलेनिया स्पेस शामिल है। इन कंपनियों के साथ भारतीय सशस्त्र बलों की क्षमता निर्माण पर बातचीत की गई जिससे स्वदेशीकरण को प्रोत्साहन मिलेगा। भारत-फ्रांस रणनीतिक भागीदारी समय के साथ बढी है और अब विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग और बढ रहा है।