रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज नई दिल्ली में युद्ध क्षेत्र निगरानी प्रणाली-संजय की शुरूआत की। यह निगरानी प्रणाली युद्ध क्षेत्र की पारदर्शिता में वृद्धि करेगी और इसके अत्याधुनिक सेन्सर भविष्य के युद्धों की बेहतर तस्वीर देने में सक्षम होंगे। यह प्रणाली इस वर्ष मार्च से भारतीय सेना में तीन चरणों में शामिल की जाएगी।
इस प्रणाली की मदद से विशाल भूमि सीमाओं की निगरानी करने आक्रमणों को रोकने और युद्ध की स्थिति का सटीक विश्लेषण करने में मदद मिलेगी। रक्षा मंत्रालय के अनुसार यह प्रणाली खुफिया तंत्र और निगरानी को कई गुना बढ़ा देगी। इसके शामिल होने से भारतीय सेना में डेटा और नेटवर्क संचालन की दिशा में नई शुरूआत होगी।
संजय प्रणाली को देश में ही भारतीय सेना तथा भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने संयुक्त रूप से विकसित किया है। इस प्रणाली को 2 हजार 402 करोड़ रूपये की लागत से तैयार किया गया है। कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में संजय प्रणाली मुख्य आकर्षण रहेगी।