पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू -कश्मीर में पिछले तीन दिन से चल रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों में 12 नागरिक मारे गए हैं। राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों को लेकर हो रहे प्रदर्शन में कल नीलम ब्रिज और अन्य स्थानों पर पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में आठ लोग मारे गए। बाग़ ज़िले के धीरकोट में चार लोगों की मौत हुई, वहीं मुज़फ़्फ़राबाद और मीरपुर में दो-दो लोगों के मारे जाने की खबर है। यह विरोध प्रदर्शन पिछले सप्ताह खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तान वायु सेना के जे-17 लड़ाकू विमानों के हवाई हमलों में 30 नागरिकों के मारे जाने के बाद हो रहे हैं।
यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी के प्रवक्ता नासिर अज़ीज़ खान ने संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान के बढ़ते दमन के खिलाफ हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 60वें सत्र के दौरान प्रवक्ता ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बिगड़ते मानवीय संकट की भी चेतावनी दी। उन्होंने सदस्य देशों को वियना घोषणा, मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा ,नागरिक और राजनीतिक अधिकारों पर अंतर्राष्ट्रीय संधि और मौलिक स्वतंत्रता रक्षा सहित प्रमुख मानवाधिकार संधियों के तहत उनके दायित्वों की याद दिलाई।
पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर में विरोध प्रदर्शन सरकार द्वारा संयुक्त अवामी कार्य समिति की 38 मांगे पूरी न करने के विरोध में किया जा रहा है जिनमें पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर में आरक्षित सीटें समाप्त किया जाना भी शामिल है।