यमुनोत्री धाम में बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों को तेज़ी से पूरा करने के लिए आवश्यक मशीनों को भारतीय वायुसेना के सहयोग से एयरलिफ्ट किया जाएगा। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि जल्द ही भारतीय वायु सेना के चीता हेलीकॉप्टर से यमुनोत्री हेलीपेड की रेकी की जाएगी।
इसके बाद चिनूक हेलीकॉप्टर, लेडिंग का ट्रायल करेंगे। सफल लैंडिंग के बाद यमुनोत्री धाम में जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से वायु सेना के मालवाहक चिनूक हेलीकॉप्टर भारी मशीनों को यमुनोत्री धाम पहुंचायेगा, जिससे धाम में बाढ़ सुरक्षा कार्यों में तेजी आयेगी।
गौरतलब है कि यमुनोत्री धाम की विषम भौगोलिक परिस्थितियों और 6 किलोमीटर के पैदल मार्ग के कारण वहां जेसीबी, पोकलैंड, आदि भारी मशीनों को नहीं पहुंचाया जा सकता। जिलाधिकारी ने कहा कि यमुनोत्री धाम में बाढ़ सुरक्षा के कार्यों को तेजी से पूरा करने और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि यमुनोत्री धाम में मंदिर और जानकीचट्टी में श्री राम मंदिर से अखोली पुल तक यमुना नदी के दोनों किनारों पर बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य किए जा रहे हैं। निर्माण कार्यों को तेजी से पूरा करने और बड़ी मशीनों की आवश्यकता को देखते हुए भारतीय वायुसेना की मदद मांगी गई है।