केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मौसम पूर्वानुमानों और जलवायु संबंधी जानकारी में अधिक सक्षमता हासिल करने के लिए मिशन मौसम योजना को मंजूरी दे दी है। यह योजना दो वर्षों में दो हजार करोड़ रुपये के परिव्यय से कार्यान्वित होगी। नई दिल्ली में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मीडिया को इसकी जानकारी देते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित मिशन मौसम से देश में मौसम और जलवायु संबंधी विज्ञान, अनुसंधान और सेवाओं को बढ़ावा मिलेगा। इससे अत्यधिक सटीकता से मौसम और जलवायु संबंधी जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
मिशन मौसम में उन्नत सेंसर, उच्च क्षमता के सुपर कंप्यूटर और वास्तविक समय में डाटा संग्रहण के लिए भौगोलिक सूचना प्रणाली य़ुक्त नई पीढ़ी के रडार और उपग्रह प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे कृषि, आपदा प्रबंधन, रक्षा, पर्यावरण, विमानन, जल संसाधन, बिजली, पर्यटन, नौवहन, परिवहन, ऊर्जा और स्वास्थ्य जैसे कई क्षेत्रों को प्रत्यक्ष रूप से लाभ होगा। यह शहरी नियोजन, सड़क और रेल परिवहन, अपतटीय संचालन और पर्यावरण निगरानी जैसे क्षेत्रों में उपयोगी होगा।