मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून के सागरताल नालापानी में ‘50वें खलंगा मेला’ में हिस्सा लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेला पूर्वजों की वीरता और अदम्य साहस को स्मरण करने का अवसर है। खलंगा में हुए एंग्लो-गोरखा युद्ध का जिक्र करते हुए श्री धामी ने कहा किये युद्ध वीर गोरखा योद्धाओं के अदम्य साहस और मातृभूमि के प्रति उनके असीम प्रेम का प्रतीक है, जो हमेशा हमें देशभक्ति की प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने कहा ये मेला समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं को सहेजते हुए उसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का एक माध्यम है।
मुख्यमंत्री ने कहा पूरे देश में संस्कृति को मजबूत करने का कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विकास के साथ विरासत को भी आगे बढ़ाया जा रहा है। खलंगा युद्ध स्मारक को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के संरक्षण में रखना, इसका बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा राज्य सरकार गोरखा समाज के उत्थान के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है और उनके विकास व कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खलंगा मेला आयोजन समिति को 5 लाख रुपए दिए जाने की घोषणा भी की।