रक्षा में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम – इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड ने आज युद्ध प्रणालियों के निर्माण के लिए फ्रांस की कंपनी के साथ समझौता किया। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि सैफरान इलेक्ट्रॉनिक्स और डिफेंस के साथ यह समझौता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ परिकल्पना के अनुरूप स्थानीय विनिर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगा।
मंत्रालय ने कहा कि यह नया समझौता भारत में इन उन्नत प्रणालियों के निर्माण और समर्थन के लिए दोनों भागीदारों की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। यह साझेदारी भारत के रक्षा विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के साथ-साथ थल सेनाओं की तत्परता और प्रदर्शन को बढ़ाने में योगदान देती है।
इस सहयोग के अंतर्गत विभिन्न प्रणालियों में एक सिग्मा 30-एन डिजिटल रिंग लेजर जाइरो इनर्टियल नेविगेशन प्रणाली शामिल है। इसका उपयोग तोपखाने, वायु रक्षा प्रणालियों, मिसाइल और रडार तथा सीएम-थ्री-एमआर डायरेक्ट फायरिंग साइट में किया जाता है। इसे तोपखाने और एंटी-ड्रोन प्रणाली के लिए डिज़ाइन किया गया है।