नीति आयोग ने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले और इंदिरा गांधी विकास अनुसंधान संस्थान के सहयोग से दो दिन की कार्यशाला का आयोजन किया। कल मुम्बई में संपन्न इस कार्यशाला का विषय था ‘भारत में विविध बदलावों पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला: बड़े निवेश के लिये वित्तपोषण’।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन के. बेरी ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि पिछले कुछ दशकों में भारत की विकास यात्रा प्रभावशाली रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 2014 में 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से आज 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था तक की भारत की यात्रा वैश्विक और घरेलू चुनौतियों के दौर में अविश्वसनीय रही है।
अपने मुख्य भाषण में भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन ने कहा कि 2047 तक उच्च आय वाली अर्थव्यवस्था बनने की भारत की यात्रा घरेलू बचत बढ़ाने, वित्तीय बाजारों को मजबूत करने तथा नवाचार और सतत विकास में निवेश बढ़ाने पर निर्भर करती है।
इसी अवसर पर संस्थान के निदेशक और कुलपति डॉ. बसंत प्रधान ने कहा कि 2047 तक विकसित देश का दर्जा हासिल करने की भारत की महत्वाकांक्षा उल्लेखनीय लक्ष्य है। इसे साकार करने के लिए लंबी अवधि तक 7 से 8 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि आवश्यक होगी।