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अप्रैल 1, 2024 11:28 पूर्वाह्न

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मुजफ्फरनगर सीट पर कड़ा मुकाबला, बीजेपी से संजीव बालियान और सपा से हरेंद्र मलिक हैं मैदान में 

उत्तर प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों पर पहले चरण में मतदान होगा। इनमें मुजफ्फरनगर की हाई प्रोफाइल सीट भी शामिल है जहां से केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान लगातार दो बार से सांसद हैं। भाजपा ने तीसरी बार भी उन्हें मैदान में उतारा है। सपा से यहां पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक और बसपा से दारा सिंह प्रजापति मैदान में हैं। इसके अतिरिक्त आठ निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में उतरे हैं। 

मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा सीटें शामिल हैं। इसमें चार विधानसभा मुजफ्फरनगर जनपद की बुढ़ाना, चरथावल, खतौली और मुजफ्फरनगर शामिल हैं। जबकि एक सीट मेरठ जिले की सरधना विधानसभा शामिल है। मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर मतदाताओं की संख्या 18 लाख 10 हजार 628 है। भाजपा ने तीसरी बार केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ.संजीव बालियान को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में वह इस सीट से जीत हासिल कर चुके हैं। 2019 में यहां रालोद के चौधरी अजीत सिंह और संजीव बालियान के बीच में सीधा मुकाबला हुआ था।

 2019 के लोकसभा चुनाव में अजीत सिंह को सपा-बसपा और कांग्रेस ने अपना समर्थन दिया था। इस चुनाव में रालोद के चौधरी अजीत सिंह से हुए कड़े मुकाबले में संजीव बालियान ने 6526 मतों से जीत हासिल की थी। इस बार स्थिति बदली हुई है। क्योंकि राष्ट्रीय लोकदल का गठबंधन भाजपा के साथ है। 2019 में इस लोकसभा सीट पर 10 प्रत्याशी मैदान में थे जबकि इस बार 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। 

मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट के इतिहास की बात करें तो अब तक कोई भी यहां तीन बार नहीं जीत पाया है। संजीव बालियान और सुमंत प्रसाद जैन ही यहां से दो-दो बार चुनाव जीत सके हैं। इस सीट पर जीतने और हारने वालों में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पूर्व गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद और चौधरी अजित सिंह मुख्य नेताओं में शामिल रहे हैं। मुफ्ती मोहम्मद सईद यहां एक बार जीत कर देश के गृह मंत्री बने थे वहीं दूसरी बार उन्हें भाजपा के नरेश बालियान ने हरा दिया था।