दिसम्बर 19, 2024 10:33 पूर्वाह्न

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मुख्य सचिव ने वनाग्नि के स्थायी समाधान और पिरूल से कम्प्रेस्ड बायो गैस उत्पादन के लिए एक समिति गठित करने के निर्देश दिए

उत्तराखण्ड में वनाग्नि के स्थायी समाधान और पिरूल से कम्प्रेस्ड बायो गैस उत्पादन की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिवालय में इडियन ऑयल के साथ बैठक में संबंधित विभागों और अधिकारियों की एक समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं। समिति को पिरूल से संपीड़ित बायो गैस उत्पादन, जैविक खाद और ग्रीन हाइड्रोजन की संभावनाओं पर अध्ययन कर शासन को इसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा गया है। बैठक पिरूल की अधिकतम उपलब्धता और उपयोगिता पर भी विचार किया गया, जिससे राज्य में सालाना साठ हजार से अस्सी हजार टन बायो गैस उत्पादन की संभावना है। इस परियोजना के तहत गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्रों में संभावित स्थलों की पहचान की जाएगी।