मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज 29वें दिल्ली पुस्तक मेले का उद्घाटन किया। यह मेला आज से 10 तारीख तक चलेगा, जिसमें विविध विषयों पर भारतीय पुस्तकों का एक विशाल फलक प्रस्तुत किया जाएगा। यह मेला व्यावसायिक लेन-देन, नए संपर्क स्थापित करने, सह-प्रकाशन व्यवस्था, अनुवाद और कॉपीराइट व्यवस्था, पुरानी और दुर्लभ पुस्तकों के पुनर्मुद्रण के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करता है। इस मेले के दौरान कई सम्मेलन और सेमिनार, पुस्तक विमोचन, पुस्तक चर्चाएं और लेखक से मुलाकात कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे।
यह पांच दिवसीय मेला राजधानी के भारत मंडपम में आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया यह बहुत ही सकारात्मक संकेत है कि इस डिजिटल युग में भी युवाओं का रुझान किताबों की ओर कम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यह मेला किताबों के प्रति प्रेम और पठन-पाठन की रूची रखने वालों के लिए महत्वपूर्ण है।
वहीं, कला, संस्कृति और भाषा मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि इस पुस्तक मेले के साथ 25वां स्टेशनरी फेयर और 9वां ऑफिस ऑटोमेशन एवं कॉर्पोरेट गिफ्ट फेयर को भी जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि इससे यह मेला न केवल साहित्यिक, बल्कि शैक्षिक, व्यापारिक और रचनात्मक संवाद का भी केंद्र बन गया है।
इस मेले का विषय पुस्तकें और प्रकाशन – बहुभाषी भारत का भविष्य है। आगंतुक इस मेले में सुबह दस बजे से शाम सात बजे तक जा सकते हैं और अपनी मनपसंद पुस्तकों को खरीद सकते हैं।