मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कुशीनगर जिले में नारायणनी नदी के भैसहा-छितौनी तटबंध का निरीक्षण किया और बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री बांटी। बाद में जिले के खड्डा तहसील के तुर्कहां में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कुशीनगर महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली होने की वजह से वैश्विक स्तर पर खास महत्व रखता है। हर साल यहां लाखों की संख्या में सैलानी आते हैं।
श्री योगी ने कहा कि कुशीनगर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के लिये सरकार ने इसका कायाकल्प कर नया स्वरूप दिया है। उन्होंने कहा कि जिले में विकास कार्यो का जिक्र करते हुए कहा कि यहां मेडिकल कॉलेज, कृशि विश्वविद्यालय और अतंर्राश्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया गया है तथा विकास की कई परियोजनाएं जारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के कुशल प्रबंधन से न सिर्फ कुशीनगर, बल्कि राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी बाढ़ से लोगों को बचाया गया है।
प्रदेश में समय पर बाढ़ से बचाव के उपाय प्रारम्भ करने का परिणाम ै जनधन की हानि को रोकने में मदद मिली है। अकेले कुशीनगर जनपद के अन्दर वाराणसी और गंडक नदी अन्य सहायक नदियों पर भी बाढ़ बचाव के जो कार्य हुए है। इन पर लगभग छह सौ करोड़ रुपये खर्च करके पिछले सात वर्श के अन्दर बाढ़ बचाओं के प्रभावी उपाय किये गये, जिससे न केवल हजारों हेक्टेयर भूमि को बाढ़ से बचाव करने में मदद मिली अपितु तीन लाख से अधिक आबादी को बाढ़ से बचाने में भी मदद मिली और आज इसी का परिणाम है कि न केवल हम लोग यहां पर सुरक्षित है, निश्चित है बल्कि प्रदेश के अन्य जनपदों में भी इस पर कार्य हुआ है।