मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित स्मारक गोलघर को आज आमजन को समर्पित किया। पर्यटन विभाग ने इसे बहुउद्देशीय कला केन्द्र के रूप में विकसित किया है। इस अवसर पर डॉ. यादव ने कहा कि प्राचीन ज्ञान-विज्ञान के केन्द्र आज भी उपयोगी हो सकते हैं। अतीत की धरोहर गोलघर को वर्तमान से जोड़ने की पहल सराहनीय है। भोपाल में गोलघर का मूल नाम गुलशन-ए-आलम था, जिसे 19वीं सदी में नवाब शाहजहां बेगम ने बनवाया था। गोलाकार स्वरूप के कारण इसे गोलघर के नाम से जाना जाता है। मुख्यमंत्री ने नवसज्जित दीर्घाओं का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वीआर हेडसेट द्वारा हिस्ट्री ऑफ भोपाल की झलक भी देखी। गोलघर स्मारक की वीथिकाओं में आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर विकसित किया गया। गोलघर परिसर में विभिन्न सुविधाओं के लिए लगभग चार करोड़ की राशि व्यय की गई है।
Site Admin | मार्च 15, 2024 8:50 अपराह्न
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित स्मारक गोलघर को आमजन को समर्पित किया