मुंबई में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम के कारण पहली मौत की सूचना मिली है। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि 11 फरवरी को एक 53 वर्षीय व्यक्ति की इस बीमारी से मौत हो गई। गुइलेन-बैरे सिंड्रोम एक ऐसी बीमारी है जिससे मनुष्य के शरीर की नसें कमजोर होने लगती है। इस व्यक्ति के पैरों में कमजोरी महसूस होने के बाद 23 जनवरी को नायर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मरीज गुइलेन-बैरे सिंड्रोम से पीड़ित था और उपचार के दौरान 11 फरवरी को उसकी मौत हो गई।
विज्ञप्ति के अनुसार, एक अन्य 16 वर्षीय मरीज का वर्तमान में नायर अस्पताल में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम का इलाज चल रहा है।
बीएमसी ने कहा है कि सभी सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज गुइलेन-बैरे सिंड्रोम के मरीजों के इलाज के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया हैं। इन संस्थानों में सभी आवश्यक उपचार, उपकरण और कुशल चिकित्सक उपलब्ध हैं।