उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि महिलाओं के योगदान के बिना देश समृद्ध नहीं हो सकता है। नई दिल्ली में आज राष्ट्रीय महिला आयोग के स्थापना दिवस समारोह में श्री धनखड़ ने कहा कि देश ने पहली बार लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई आरक्षण का संवैधानिक प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि महिलाएं हर चुनौती को पार कर रही हैं और अब वे रक्षा बलों में युद्ध के लिए भी तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि इस समय देश की महिलाएं सबसे अधिक आकांक्षी हैं। श्री धनखड़ ने यह भी कहा कि देश में लैंगिक न्याय, कानूनी ढांचे या संवैधानिकता पर निर्भर नहीं है, बल्कि यह प्राचीन ग्रंथों में सन्निहित है। परन्तु, उपराष्ट्रपति ने कार्यस्थल पर, राजनीति में या अन्य किसी भी जगह महिलाओं के साथ किए जाने वाले भेदभाव पर चिंता भी जताई। उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग से इस पर मंथन करने को कहा है।