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फ़रवरी 17, 2025 4:18 अपराह्न

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महिलाओं की बहादुरी से मंडी में ड्रग तस्करों की गिरफ्तारी

समाज के प्रति सतर्कता और प्रतिबद्धता का अनूठा उदाहरण पेश करते हुए सराज (मंडी जिला) के जंजैहली में महिला मंडल बलबाड की महिलाओं ने ड्रग तस्करी में लिप्त दो युवकों की गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाई। अपनी शंका के आधार पर कार्रवाई करते हुए, उन्होंने पुलिस को सूचना दी और आरोपियों को चिट्टा (हेरोइन) की बड़ी खेप के साथ पकड़वाने में मदद की। पुलिस ने 38 ग्राम चिट्टा बरामद किया और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

महिलाओं की सतर्कता ने तस्करों को पकड़वाया

जयसबीन महिला मंडल, बलबाड की महिलाओं ने अपनी बुद्धिमत्ता और जागरूकता का परिचय देते हुए संदिग्ध युवकों पर एक सप्ताह तक नजर रखी। न्यूज़ राडार से बातचीत में महिला मंडल की अध्यक्ष हीरा मणि ने बताया कि महिलाओं को काफी समय से उन युवकों पर संदेह था। उन्होंने तय किया कि वे इनकी गतिविधियों का पता लगाएंगी और लगातार उनकी निगरानी करने लगीं।

उनकी सतर्कता तब रंग लाई जब उन्होंने भडवाल-रेशन रोड के कैंची मोड़ के पास एक कार को संदिग्ध हालत में खड़ा देखा। कार में बैठे युवक लंबे समय तक बाहर नहीं निकले, जिससे महिलाओं का शक और गहरा हो गया। उन्होंने तुरंत स्थानीय पुरुषों और पुलिस को सूचना दी। पुलिस के मौके पर पहुंचते ही दोनों आरोपी एक पॉलीथिन पैकेट को खाई में फेंकने की कोशिश करने लगे, लेकिन पुलिस ने पैकेट बरामद कर लिया, जिसमें 38 ग्राम चिट्टा पाया गया। आरोपियों द्वारा पैकेट फेंकते समय कुछ मात्रा जमीन पर भी गिर गई।

पुलिस की देरी से भड़का आक्रोश

तेजी से कार्रवाई करने के बावजूद, महिलाओं ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। हीरा मणि के अनुसार, उन्होंने दोपहर 12 बजे ही आरोपियों को पकड़ लिया था और तुरंत पुलिस को सूचना दी थी, लेकिन पुलिस चार से पांच घंटे की देरी से मौके पर पहुंची। इस देरी से नाराज होकर, महिलाओं ने बूंगरल चौक ग्राम पंचायत के ग्रामीणों को इकट्ठा किया और पुलिस पर दबाव बनाया।

घटनास्थल पर स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। एक वीडियो, जिसे ग्रामीणों ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल किया, में महिलाओं को पुलिस पर आरोप लगाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में महिलाएं कह रही हैं कि पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही थी और उन्हें जबरदस्ती मौके से हटाने का दबाव बना रही थी।

प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया

स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने हालात को नियंत्रण में लिया और ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। डीएसपी गौरवजीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों ने ड्रग तस्करों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने की बात कही और दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की।

यह घटना समुदाय आधारित पहलों की बढ़ती भूमिका को दर्शाती है, जो नशे के खिलाफ लड़ाई में अहम योगदान दे रही हैं। साथ ही, यह प्रभावी पुलिस कार्रवाई की आवश्यकता को भी उजागर करती है, जिससे ऐसे प्रयासों को सही समय पर समर्थन मिल सके।