अल्मोड़ा जिले के ताकुला क्षेत्र के सात गांवों की होली पौराणिक परंपरा के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन आज बागेश्वर के बाबा बागनाथ के धाम पहुंची। सतराली की होली की अपनी एक अलग ही पहचान है। होल्यारों ने बागनाथ मंदिर में शिव की पूजा कर होली के गीतों का गायन किया।
इससे पूरा मंदिर परिसर होली के रंग में रंग गया। सतराली के ग्रामीणों के अनुसार आजादी के बाद से उनके गांवों के बुजुर्ग, बैठकी होली के गीतों के गायन की शुरूआत बाबा बागनाथ के मंदिर में गाकर किया करते थे।
बीच में यह क्रम टूट गया था, लेकिन नई पीढ़ी ने इस प्रथा को फिर से जीवंत कर दिया है।