सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्ली में महाकुंभ को समर्पित आकाशवाणी और दूरदर्शन के दो विशेष गीतों का लोकार्पण किया। आकाशवाणी की विशेष संगीत रचना और गीतात्मक प्रस्तुति महाकुंभ के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व का परिचायक है।
इस गीत को रतन प्रसन्ना ने गाया है और संगीत संतोष नाहर और रतन प्रसन्ना का है। आकाशवाणी की मधुर प्रस्तुति में महाकुंभ की शाश्वत परंपराओं और पवित्रता के महात्म्य को व्यक्त किया गया है। इससे श्रोताओं में भक्ति और गर्व की भावना पैदा होती है।
दूरदर्शन द्वारा निर्मित थीम गीत “महाकुंभ है” को पद्मश्री कैलाश खेर ने गाया है। इसमें भक्ति, उत्सव की भावना और महाकुंभ के जीवंत सांस्कृतिक सार समाहित है।
इस अवसर पर प्रसार भारती के अध्यक्ष नवनीत कुमार सहगल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव द्विवेदी, दूरदर्शन की महानिदेशक कंचन प्रसाद और आकाशवाणी की महानिदेशक डॉ. प्रज्ञा पालीवाल गौड़ भी उपस्थित थीं। महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में हो रहा है।