मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा है कि ऐतिहासिक प्राचीन लोकतंत्र गांव मलाणा में 1 अगस्त को बादल फटने के बाद सड़क यातायात की कनेक्टिविटी पूरी तरह से बाधित हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से मलाणा वासियों के लिए चौपर की मदद से राशन पहुंचाने का प्रयास किया गया था लेकिन वह सफल नहीं रहा। उन्होंने कहा कि उसके बाद उसको रोकना पड़ा। लेकिन सरकार ने प्रशासन के द्वारा मलाणा के लिए 3 टन राशन नेपाली मजदूरों के माध्यम से पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि मलाणा में राशन की कोई किल्लत नहीं है।
उन्होंने कहा कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के द्वारा डिपो का राशन भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसके अलावा एनजीओ के माध्यम से भी मलाणा के ग्रामीणों की मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि मलाणा में राशन पहुंचाने के लिए 1200 रूपए प्रति मजदूर भुगतान करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने निजी ट्रस्ट शोभाला साथी की तरफ से दो लाख रूपए की मदद की है तथा और भी लोग इस नेक काम में मदद कर रहे है। उन्होंने कहा कि मलाणा के लिए दो रोपवे का निर्माण किया जा रहा है और इसके अलावा बलाधी और पोहल गांव के लिए भी रोपवे लगाए जाएंगे। जिससे ग्रामीणों को आने-जाने के लिए और सामान लाने ले जाने के लिए भी सुविधा मिलेगी और सामान धोने की समस्या से भी निजात मिलेगी।