प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम में कहा है कि एक पेड़ मां के नाम अभियान ने केवल पांच महीनों में 100 करोड़ पेड़ लगाने की महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त कर ली है। आकाशवाणी पर मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने पूरे देश के लोगों के इस अभियान में भाग लेने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने इस बात पर गर्व व्यक्त किया कि यह अभियान अब दुनिया के अन्य देशों में भी फैल रहा है। श्री मोदी ने कहा कि हाल ही में गयाना की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति इरफान अली और परिवार के अन्य सदस्य ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान में शामिल हुए थे।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि मध्य प्रदेश के इंदौर में 24 घंटे में 12 लाख से अधिक पौधे लगाकर पौधारोपण का रिकॉर्ड बनाया गया। उन्होंने कहा कि इस अभियान के कारण इंदौर की रेवती पहाड़ियों का बंजर इलाका अब हरित क्षेत्र में बदल जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान के जैसलमेर में महिलाओं की एक टीम ने एक घंटे में 25 हजार पेड़ लगाए।
श्री मोदी ने अभियान के अंतर्गत पौधे लगाने वाले सामाजिक संगठनों के उदाहरण साझा किए। ये संगठन कुछ जगहों पर औषधीय पौधे लगा रहे हैं, साथ ही पक्षियों के लिए घोंसले बनाने के लिए पौधे भी लगा रहे हैं। बिहार में ‘जीविका स्वयं सहायता समूह’ की महिलाएं 75 लाख पौधे लगाने का अभियान चला रही हैं। इन महिलाओं का ध्यान फलों वाले पौधे लगाने पर केंद्रित है, जिससे भविष्य में आमदनी भी हो सके।
प्रधानमंत्री ने लोगों से अभियान में भाग लेने और पौधे के साथ सेल्फी माई जीओवी डाट आई इन पर पोस्ट करने का आग्रह किया। श्री मोदी ने स्वच्छता के बारे में कहा कि सरकारी कार्यालयों से दशकों पुरानी फाइलें और कबाड़ हटाने के लिए विशेष स्वच्छता अभियान चलाया गया। उन्होंने कहा कि इस अभियान में सरकारी विभागों में आश्चर्यजनक परिणाम मिले हैं और काफी स्थान भी खाली हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में ‘कचरे से कंचन’ की अवधारणा बहुत पुरानी है। उन्होंने कचरे से कंचन बनाने के युवाओं के कुछ उदाहरण दिए। श्री मोदी ने मुंबई की अक्षरा और प्रकृति के बारे में बताया जो कपड़ों के कबाड़ से फैशन आइटम बना रही हैं।
प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के कानपुर प्लॉगर्स ग्रुप की भी प्रशंसा की। यह ग्रुप सुबह की सैर के दौरान गंगा नदी के किनारे प्लास्टिक और दूसरे कचरे को एकत्रित करता है। श्री मोदी ने कॉरपोरेट जगत की चमक-दमक छोड़कर अरुणाचल की सांगटी घाटी की सफाई में जुटी असम की इतिशा का उदाहरण दिया। इतिशा स्थानीय लोगों के साथ मिलकर इस अभियान में जुटी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह के प्रयास भारत के स्वच्छता अभियान को गति देते हैं।
आज राष्ट्रीय कैडेट कोर-एनसीसी दिवस है। श्री मोदी ने इस अवसर पर एनसीसी कैडेट के रूप में अपने दिनों का स्मरण किया। उन्होंने बताया कि इससे प्राप्त अनुभव अमूल्य है। श्री मोदी ने कहा कि एनसीसी युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व और सेवा की भावना पैदा करती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में एनसीसी को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पांच हजार नए विद्यालयों और महाविद्यालयों में एनसीसी का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि एनसीसी में बालिकाओं की संख्या लगभग 40 प्रतिशत हो गई है। प्रधानमंत्री ने युवाओं से अधिक से अधिक संख्या में एनसीसी से जुड़ने का आग्रह किया।
श्री मोदी ने अगले वर्ष स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती पर दिल्ली में ‘विकसित भारत युवा नेतृत्व संवाद’ आयोजित करने की घोषणा की। देश हर वर्ष 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर युवा दिवस मनाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस संवाद में पूरे देश से करोड़ों युवा भाग लेंगे। गांवों, प्रखंडों, जिलों और राज्यों से चुने गए ऐसे दो हजार युवा संवाद के लिए भारत मंडपम में भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने लाल किला के प्राचीर से बिना राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले परिवारों के युवाओं से राजनीति में शामिल होने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा कि ऐसे एक लाख युवाओं को राजनीति से जोड़ने के लिए देश में कई विशेष अभियान चलाए जाएंगे। ‘विकसित भारत युवा नेतृत्व संवाद’ ऐसा प्रयास है।
प्रधानमंत्री ने निस्वार्थ भाव से समाज के लिए काम करने वाले युवाओं के बारे में बात की। उन्होंने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र के मामले में वृद्धजनों की सहायता करने वाले लखनऊ के वीरेंद्र की प्रशंसा की। नियमानुसार सभी पेंशनभोगियों को साल में एक बार जीवन प्रमाण पत्र जमा कराना होता है।
प्रधानमंत्री ने बिना राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले परिवारों के युवाओं से राजनीति में शामिल होने का आग्रह किया है। आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम के 116वें संस्करण में आज श्री मोदी ने कहा कि ऐसे एक लाख युवाओं को राजनीति से जोड़ने के लिए देश में कई विशेष अभियान चलाए जाएंगे।
श्री मोदी ने अगले वर्ष स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती पर दिल्ली में ‘विकसित भारत युवा नेतृत्व संवाद’ आयोजित करने की घोषणा की। देश हर वर्ष 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर युवा दिवस मनाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस संवाद में पूरे देश से करोड़ों युवा भाग लेंगे। गांवों, प्रखंडों, जिलों और राज्यों से चुने गए ऐसे दो हजार युवा संवाद के लिए दिल्ली के भारत मंडपम में भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री ने निस्वार्थ भाव से समाज के लिए काम करने वाले युवाओं के बारे में बात की। उन्होंने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र के मामले में वृद्धजनों की सहायता करने वाले लखनऊ के वीरेंद्र की प्रशंसा की। नियमानुसार सभी पेंशनभोगियों को साल में एक बार जीवन प्रमाण पत्र जमा कराना होता है। वर्ष 2014 तक बुजुर्गों को स्वयं बैंक जाकर इसे जमा करना पड़ता था। श्री मोदी ने कहा कि डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र ने वृद्धजनों के लिए बड़ी सुविधा प्रदान की है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों से डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र पाने वालों की संख्या 80 लाख से अधिक हो गई है। इनमें दो लाख से अधिक बुजुर्गों की उम्र 80 वर्ष से ज्यादा है।
प्रधानमंत्री ने कई बुजुर्गों को मोबाइल से भुगतान करना सिखाने के लिए भोपाल के महेश की भी तारीफ की। श्री मोदी ने बुजुर्गों को डिजिटल अरेस्ट के खतरे से बचाने का प्रयास करने वाले युवाओं के बारे में भी बात की। अहमदाबाद के राजीव ने लोगों को डिजिटल अरेस्ट के खतरे के बारे में आगाह किया। श्री मोदी ने जोर देकर कहा कि बुजुर्ग ऐसे अपराधों के सबसे आसान शिकार होते हैं और उन्हें साइबर धोखाधड़ी से सुरक्षित रखना सभी का दायित्व है। उन्होंने दोहराया कि सरकार में डिजिटल अरेस्ट का कोई प्रावधान नहीं है।