राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जलवायु परिवर्तन के विषय को गंभीर बताते हुए इसके प्रभावों से निपटने के लिए वन संरक्षण की भूमिका पर जोर दिया है। राष्ट्रपति ने आज देहरादून के वन अनुसंधान संस्थान में भारतीय वन सेवा परिवीक्षाधीन अधिकारियों के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मानव जाति जानबूझकर वनों के महत्व को भूलने की गलती कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि मनुष्य पृथ्वी के अमूल्य संसाधनों का मालिक नहीं बल्कि संरक्षक है।
राष्ट्रपति ने परिवीक्षा अधिकारियों को वनों के संरक्षण, संवर्धन और पोषण के महत्वपूर्ण कर्तव्यों को निभाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि वे इस जिम्मेदारी का दिल से निर्वहन करेंगे। दीक्षांत समारोह में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के 2022-24 कोर्स के 99 परिवीक्षाधीन अधिकारियों को स्नातक की डिग्री प्रदान की गई। इनमें भूटान के 2 प्रशिक्षु अधिकारी भी शामिल हैं। मौजूदा बैच में मध्य प्रदेश के सबसे अधिक 15 और उत्तराखंड के तीन अधिकारी शामिल हैं।