प्रदेश में होने वाले विक्रमोत्सव-2025 और अखिल भारतीय कालिदास समारोह को भव्य रूप में आयोजित किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन में आयोजन के दौरान अतिथियों और विद्यार्थियों को महाकाल देवदर्शन के साथ उज्जैन के इतिहास, विज्ञान, संस्कृति और मूल्यों से परिचय कराया जाएगा।
कालिदास संस्कृत अकादमी की केंद्रीय समिति की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कालिदास का गढ़कालिका मंदिर से संबंध और उसके महत्व पर शिलालेख स्थापित किया जाना चाहिए। साथ ही कालिदास से संबंधित अन्य स्थलों पर भी जन-सामान्य की जानकारी के बोर्ड भी लगाए जाएं। डॉ. यादव ने कहा कि गुड़ी पड़वा पर्व 30 मार्च को उज्जैन के साथ पूरे प्रदेश में विक्रम पर्व सृष्टि आरम्भ दिवस के रूप में मनाया जायेगा।