भारत 2030 तक नवीकरणीय ईंधन आधारित 500 गीगावाट ऊर्जा क्षमता प्राप्त करने के संकल्प के साथ सौर और पवन ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के साथ, देश की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता इस महीने की 20 तारीख तक 217 गीगावाट तक पहुँच गई है।
आँकड़ों से पता चलता है कि भारत स्वच्छ ऊर्जा क्षमता में वैश्विक नेता के रूप में उभर रहा है। नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार, पिछले वर्ष रिकॉर्ड तोड़ 24 दशमलव 5 गीगावाट सौर क्षमता और 3 दशमलव 4 गीगावाट पवन क्षमता जोड़ी गई है। सौर ऊर्जा देश की नवीकरणीय ऊर्जा वृद्धि में प्रमुख योगदानकर्ता बनी रही, जो कुल स्थापित नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का 47 प्रतिशत है। राजस्थान, गुजरात और तमिलनाडु शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्यों के रूप में उभरे, जिन्होंने देश के कुल उपयोगिता-स्तरीय सौर प्रतिष्ठानों में 71 प्रतिशत का योगदान दिया। मंत्रालय ने कहा कि पिछले साल रूफटॉप सोलर सेक्टर में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसमें 4 दशमलव 5 9 गीगावाट की नई क्षमता स्थापित की गई, जो वर्ष 2023 की तुलना में 53 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।