रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत स्त्री-पुरुष समानता को आगे बढ़ाने, समावेशी नेतृत्व को प्रोत्साहित करने और शांति के फलने-फूलने के लिए काम करना जारी रखेगा। श्री सिंह ने नई दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र महिला सैन्य अधिकारी पाठ्यक्रम में भाग ले रहीं विश्व की महिला शांति रक्षकों के साथ बातचीत के दौरान यह बात कही।
सरकार की वचनबद्धता का उल्लेख करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत महिलाओं की भागीदारी और मिशनों में उनके एकीकरण तथा संयुक्त राष्ट्र महिला सैन्य अधिकारी पाठ्यक्रम जैसे उपायों का समर्थक रहा है। श्री सिंह ने कहा कि सरकार सशस्त्र बलों और महिलाओं तथा पुरूषों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए शांति रक्षक जत्थों में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने की नीतियों को सशक्त बना रही है।
इस वर्ष 18 अगस्त को शुरू हुए लगभग दो सप्ताह के पाठ्यक्रम में भारत के अलावा पन्द्रह देशों की महिला अधिकारियों ने भागीदारी की। रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के तत्वावधान में संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक केन्द्र द्वारा इस पाठ्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य बहुआयामी संयुक्त राष्ट्र मिशनों में प्रभावी भागीदारी के लिए महिला सैन्य अधिकारियों की पेशेवर कुशलता का निर्माण करना है।