बिजली मंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि भारत साल 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा संसाधनों से लगभग 50 प्रतिशत विद्युत उत्पादन क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। आज राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में उन्होंने कहा कि भारत ने गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित संसाधनों से 45 दशमलव 5 प्रतिशत स्थापित क्षमता पहले ही हासिल कर ली है। उन्होंने यह भी कहा कि एक योजना तैयार की गई है जिसके अनुसार भारत न केवल 50 % गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित उत्पादन क्षमता की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करेगा बल्कि लक्ष्य को भी पार कर जाएगा। श्री लाल ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से देश में बिजली की खपत में वृद्धि हुई है इसलिए इसकी मांग भी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि गैस आधारित बिजली संयंत्रों के लिए पनबिजली, पवन ऊर्जा और घरेलू गैस की उपलब्धता मौसम बदलने के साथ कम हो जाती है और इस संकट को दूर करने के लिए कोयला आधारित उत्पादन क्षमता की जरूरत पडती है। उन्होंने कहा कि घरेलू कोयले के आधार पर जीवाश्म ईंधन आधारित उत्पादन क्षमता के विस्तार की योजना बनाई गई है।