भारत, मालदीव, मॉरीशस और श्रीलंका ने हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता की चुनौतियों का समाधान करने के लिए कोलंबो सुरक्षा कॉन्क्लेव – सीएससी सचिवालय की स्थापना के लिए चार्टर और एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और मालदीव, मॉरीशस तथा श्रीलंका के प्रतिनिधियों ने चारो सदस्य देशों की ओर से कल कोलंबो में आयोजित एक समारोह में इन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने पारंपरिक, गैर-पारंपरिक और उभरती हाइब्रिड सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में कोलंबो सुरक्षा कॉन्क्लेव के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच निरंतर क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता पर भी बल दिया। इस कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य सदस्य देशों के लिए अंतरराष्ट्रीय खतरों और आम चिंता के मुद्दों का समाधान करके क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देना है। सीएससी के तहत सहयोग के पांच स्तंभ हैं जिनमें समुद्री सुरक्षा और संरक्षा, आतंकवाद और कट्टरवाद का मुकाबला, तस्करी और अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध का मुकाबला, साइबर सुरक्षा और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे तथा प्रौद्योगिकी सुरक्षा और मानवीय सहायता तथा आपदा राहत शामिल हैं।
श्रीलंका यात्रा के दौरान श्री डोभाल ने श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, प्रधान मंत्री दिनेश गुणवर्धने और श्रीलंका तथा मालदीव के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों से मुलाकात की। उन्होंने श्रीलंका में विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ भी बातचीत की।