यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि भारत, यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष समाप्त करने में वैश्विक राजनयिक प्रयासों के तहत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। श्री जेलेंस्की का यह बयान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यूक्रेन की पहली यात्रा के बाद आया है। श्री जेलेंस्की प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद भारतीय मीडिया को संबोधित कर रहे थे। वार्ता के दौरान श्री मोदी ने श्री जेलेंस्की से कहा कि यूक्रेन और रूस दोनों देशों को बिना समय गंवाए एक-साथ बैठकर संघर्ष समाप्त करने के लिए बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत, फरवरी 2022 में संघर्ष शुरू होने के बाद से ही शांति का पक्षधर है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने भारत की मेजबानी में ग्लोबल साउथ देशों के दूसरे यूक्रेन शांति शिखर सम्मेलन के आयोजन का भी प्रस्ताव दिया। पहला यूक्रेन शांति शिखर सम्मेलन जून में स्विट्जरलैंड में आयोजित किया गया था। इसमें 90 से अधिक देशों और वैश्विक संस्थानों ने भाग लिया था। भारत ने कहा कि वो यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए सभी पक्षों के साथ बातचीत करता रहेगा। 9 घंटे की यूक्रेन की इस यात्रा से लगभग छह सप्ताह पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ भी शिखर वार्ता की थी। प्रधानमंत्री ने देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। श्री जेलेंस्की ने कहा कि भारत यूक्रेन की राष्ट्रीय अखंडता और संप्रभुता का समर्थन करता है और ये महत्वपूर्ण है कि विश्व में प्रत्येक व्यक्ति को संयुक्त राष्ट्र के चार्टर का समान रूप से सम्मान करना चाहिए।