ग्लोबल फाइनेंशियल एक्शन टॉक्स फोर्स (एफएटीएफ) ने कहा है कि भारत में आतंकवाद की सबसे बड़ी चुनौती जम्मू-कश्मीर में इस्लामिक स्टेट और अलकायदा से जुड़े समूहों से है। पेरिस से संचालित संस्था की रिपोर्ट के अनुसार, ये आतंकी समूह राज्य में अलगाववादी आंदोलनों के साथ किसी न किसी रूप में सक्रिय हैं।
एफएटीएफ ने स्वीकार किया है कि भारत 1947 से ही आतंकवाद और कई प्रकार के खतरों से जूझ रहा है। रिपोर्ट ने माना है कि भारत ने धन के अवैध कारोबार और आतंक को धन उपलब्ध कराने पर नियंत्रण के लिए कारगर व्यवस्था की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आतंकवाद पर नियंत्रण के लिए ऐसे मामलों को तेजी से निपटाए जाने की जरूरत है।
एफएटीएफ ने वर्ष 2022 में शुरू की गई सही रास्ता पहल की प्रशंसा की है। इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के युवाओं को चरमपंथ की ओर जाने से रोकना है।
एफएटीएफ धन के अवैध कारोबार, आतंकवाद और सामूहिक विनाश के हथियारों के लिए धन उपलब्ध कराने पर नियंत्रण के लिए एक प्रमुख अंतर-सरकारी संगठन है।