भारत बचतकर्ताओं की बजाय निवेशकों का देश बनता जा रहा है। राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण के अध्यक्ष नितिन गुप्ता ने आज नई दिल्ली में एजाइल गवर्नेंस पर आयोजित एक राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। श्री गुप्ता ने कहा कि यूपीआई, जीएसटी और उत्पादन-आधारित प्रोत्साहन योजनाओं जैसे परिवर्तनकारी सुधारों के कारण भारत के प्रति निवेशकों का विश्वास बढ़ रहा है। देश की विकास गाथा पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत 7 से 8 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर के साथ एक लचीली अर्थव्यवस्था बन गया है। एनएफआरए अध्यक्ष ने एसएंडपी के आंकड़ों पर भी प्रकाश डाला, जिसमें 2022 से 24 के लिए भारत का वास्तविक जीडीपी औसत 6 दशमलव 8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है। कार्यक्रम के विषय पारदर्शिता को बढ़ावा देना और विश्वास का निर्माण के महत्व पर ज़ोर देते हुए श्री गुप्ता ने कहा कि कॉर्पोरेट प्रशासन सुदृढ़ होना चाहिए और वित्तीय रिपोर्टिंग ढाँचा वैश्विक मानकों का होना चाहिए। एनएफआरए अध्यक्ष ने आगे कहा कि कानूनों का सरलीकरण, बेहतर अनुपालन और नए प्रत्यक्ष कर कानून नागरिकों के आर्थिक विश्वास को बनाए रखने और बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम हैं।
Site Admin | अगस्त 28, 2025 2:02 अपराह्न
भारत बचतकर्ताओं की बजाय निवेशकों का देश बनता जा रहा है: एनएफआरए अध्यक्ष नितिन गुप्ता
