भारत ने सिंगापुर में चल रहे इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क फॉर प्रॉस्पेरिटी (आईपीईएफ) क्लीन इकोनॉमी इन्वेस्टर फोरम के उद्घाटन सत्र में आज भाग लिया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वाणिज्य विभाग के सचिव सुनील बर्थवाल ने किया। इस अवसर पर श्री बर्थवाल ने कहा कि यह मंच वैश्विक निवेशकों, परियोजना समर्थकों, नीति निर्माता और शिक्षाविदों को एक स्थान पर लाकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थायी बुनियादी ढांचे को आगे बढ़ाने में सहायक होगा।
श्री बर्थवाल ने कहा कि भारत के नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र तथा इसके बुनियादी ढांचे में 2030 तक बदलाव सहित स्वच्छ ऊर्जा मूल्य श्रृंखला में 500 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक के विशाल निवेश अवसर हैं।
मंत्रालय ने बताया कि आईपीईएफ ने शीर्ष 100 जलवायु तकनीक स्टार्ट-अप में से दस भारतीय कंपनियों को भागीदारी के लिए चुना है। 25 से अधिक भारतीय कंपनियों ने 100 से अधिक वैश्विक निवेशकों के सामने भारतीय परियोजनाओं को पेश किया।