भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान के कुटिल इरादे को नाकाम कर दिया है। भारत ने पाकिस्तान पर अपने मानवाधिकार उल्लंघनों और प्रायोजित आंतकवाद से ध्यान हटाने का आरोप लगाया। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि पी. हरीश ने खुली बहस में पाकिस्तान पर इस मंच का दुरूपयोग करने और परिषद के एजेंडे का उल्लंघन करने का अरोप लगाया।
श्री पी. हरीश ने कहा कि पाकिस्तान ने बाल अपराधों और सशस्त्र संघर्ष से संबंधित एजेंडे का गंभीर उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि न केवल पाकिस्तान की सीमा में बच्चों का प्रणालीबद्ध शोषण हुआ बल्कि अफगानिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्रों में पाकिस्तानी सैन्य कार्रवाई में भी बच्चों को यातना झेलनी पड़ी। उन्होंने पहलगाम हमले में पाकिस्तानी आतंवादियों द्वारा 26 भारतीय पर्यटकों को निशाना बनाने की घटना का भी उल्लेख किया।
भारत की आतंकवाद को कतई बर्दाश्त न करने की नीति की पुष्टि करते हुए, श्री पी. हरीश ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई के जवाबी हमलों का हवाला दिया। उन्होंने पाकिस्तान में बच्चों के प्रति अपराधों के विवरण वाली महासचिव की हालिया रिपोर्ट का भी हवाला दिया। इस रिपोर्ट में लड़कियों के स्कूलों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर हमले शामिल हैं। उन्होंने मई 2025 में भारतीय सीमावर्ती गांवों पर पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी की भी निंदा की। इस गोलाबारी में कई नागरिक मारे गए और घायल हुए थे।
श्री पी. हरीश ने भारत के दृढ़ रुख को दोहराते हुए कहा कि जम्मू -कश्मीर का पूरा केंद्र शासित प्रदेश हमेशा भारत का अभिन्न और अविभाज्य अंग रहा है, है और रहेगा, भले ही पाकिस्तान के लगातार झूठ और असंगत बातों का सिलसिला जारी रहे।