भारत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच फ़ोन पर हुई कथित बातचीत के बारे में नाटो महासचिव मार्क रूट के बयान को तथ्यात्मक रूप से ग़लत और पूरी तरह से निराधार बताया है।
नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में नाटो महासचिव के बयान पर एक प्रश्न के उत्तर में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से किसी भी समय इस तरह बात नहीं की जैसा कि बताया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भारत नाटो जैसे महत्वपूर्ण संस्थान के नेतृत्व से अपेक्षा करता है कि वह अपने सार्वजनिक बयानों में अधिक ज़िम्मेदारी और सटीकता बरते।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों को ग़लत ढंग से प्रस्तुत करने वाली या ऐसी बातचीत का सुझाव देने वाली अटकलबाज़ी या लापरवाही भरी टिप्पणियाँ अस्वीकार्य हैं। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत के ऊर्जा आयात का उद्देश्य भारतीय उपभोक्ताओं के लिए अनुमानित और किफ़ायती ऊर्जा लागत सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हित और आर्थिक सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करता रहेगा।
अमरीका से निर्वासन के मुद्दे पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि इस वर्ष 20 जनवरी से 25 सितंबर के बीच कुल दो हजार चार सौ 17 भारतीय नागरिकों को स्वदेश वापस लाया गया। उन्होंने आगे बताया कि लगभग 27 भारतीय नागरिक वर्तमान में रूसी सेना में सेवारत हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सभी भारतीय नागरिकों से रूसी सेना में सेवा की पेशकश से दूर रहने का पुरजोर आग्रह किया और चेतावनी दी कि ऐसी पेशकश ख़तरों से भरी है और जीवन के लिए गंभीर जोखिम पैदा करते है।
22 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की अमरीकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ हुई बैठक के बारे में, प्रवक्ता ने कहा कि चर्चा का मुख्य विषय व्यापार और शुल्क दरें थीं। उन्होंने कहा कि भारत-अमरीका द्विपक्षीय संबंधों के अन्य पहलुओं की भी समीक्षा की गई।
नए एच1बी वीज़ा नियमों के संबंध में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि कुशल प्रतिभाओं की गतिशीलता और आदान-प्रदान ने अमरीका और भारत में प्रौद्योगिकी विकास, नवाचार, आर्थिक विकास, प्रतिस्पर्धात्मकता और धन सृजन में बहुत बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत, उद्योग सहित सभी संबंधित पक्षों के साथ संपर्क बनाए रखेगा और उम्मीद है कि इन कारकों पर उचित विचार किया जाएगा।
बांग्लादेश में अगले वर्ष फरवरी में होने वाले संसदीय चुनावों के बारे में श्री जायसवाल ने कहा कि भारत ने देश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, विश्वसनीय और समावेशी चुनावों के माध्यम से सुचारू तथा शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक परिवर्तन की आशा को बार-बार रेखांकित किया है।