भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने में अल्पसंख्यकों का योगदान महत्वपूर्ण होगा। अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने आज नई दिल्ली में राज्य अल्पसंख्यकों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर श्री रिजिजू ने अल्पसंख्यकों की शिक्षा और कौशल विकास को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सरकार छह अधिसूचित समुदायों के कल्याण के लिए कई व्यक्तिगत योजनाएं चला रही है, जिनमें मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन और पारसी शामिल हैं।
श्री रिजिजू ने राज्य अल्पसंख्यक आयोगों के सभी हितधारकों से अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण योजनाओं की कार्यान्वयन के लिए हर संभव वित्तीय सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन ने इस सम्मेलन का उद्घाटन किया, जो मुख्य रूप से अल्पसंख्यकों की शिक्षा, समावेश और सशक्तिकरण पर केंद्रित है।
अल्पसंख्यक समुदायों के लिए समान अवसर और कल्याण सुनिश्चित करने की रणनीतियों पर विचार-विमर्श करने के लिए विभिन्न राज्यों के विशेषज्ञ और हितधारक सम्मेलन में शामिल हुए।