वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत के लिए अपनी स्वयं की प्रौद्योगिकियाँ विकसित करना और कुछ भौगोलिक क्षेत्रों पर अत्यधिक निर्भरता कम करना अत्यंत आवश्यक है। नई दिल्ली में टाईकॉन सम्मेलन में श्री गोयल ने कहा कि भारत नवाचार के वैश्विक इंजन के रूप में उभरा है जो भविष्य के लिए नए विचारों, उत्पादों और प्रौद्योगिकियों को प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी की भावना केवल देश में निर्माण, डिजाइन और सेवा प्रदान करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि तेजी से अप्रत्याशित होते वैश्विक परिवेश में दीर्घकालिक विकास, संप्रभुता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के बारे में भी है। श्री गोयल ने कहा कि सरकार, नेकनीयत व्यक्तियों और संगठनों के साथ मिलकर, न केवल वित्तीय संसाधनों का निवेश कर रही है, बल्कि देश में डीपटेक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए भी प्रयास कर रही है। श्री गोयल ने परिवर्तनकारी परियोजनाओं के लिए अनुसंधान, नवाचार और दीर्घकालिक वित्तपोषण को बढ़ावा देने के लिए एक लाख करोड़ रुपये के अनुसंधान कोष के शुभारंभ का भी उल्लेख किया।
Site Admin | अक्टूबर 29, 2025 8:47 अपराह्न
भारत को अपनी प्रौद्योगिकियाँ विकसित करनी होंगी: उद्योग मंत्री पीयूष गोयल