भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो के अध्यक्ष वी. नारायणन ने आज कहा कि भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन – गगनयान की पहली परीक्षण उड़ान इस वर्ष दिसंबर में होगी। नई दिल्ली में आज प्रोफेसर नारायणन ने कहा कि गगनयान मिशन अच्छी प्रगति पर है और अब तक 80 प्रतिशत के लगभग सात हजार 700 परीक्षण किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि शेष दो हजार 300 परीक्षण अगले साल मार्च तक पूरे हो जाएंगे। इसरो की अन्य उपलब्धियों पर श्री नारायणन ने कहा कि इनमें इस वर्ष अब तक वैश्विक अंतरिक्ष सम्मेलन-2025 का आयोजन और एक उच्च-शक्ति विद्युत प्रणोदन प्रणाली शामिल हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय लॉन्चपैड से अमेरिका का छह हजार 500 किलोग्राम का एक संचार उपग्रह प्रक्षेपित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष आदित्य एल-1 मिशन से वैज्ञानिकों को 13 टेराबिट डेटा उपलब्ध कराया गया है।
एक्सिओम-4 मिशन में इसरो की भूमिका के बारे में उन्होंने बताया कि इसरो की तकनीकी विशेषज्ञता ने मिशन का सुरक्षित प्रक्षेपण सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।