सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में क्लाउड कंप्यूटिंग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डिजिटल गवर्नेंस में नवाचारों द्वारा संचालित भारत की विकसित डिजिटल अर्थव्यवस्था का उल्लेख करते हुए कहा है कि भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। अभी तक 138 करोड़ 34 लाख आधार संख्याएँ बनाई गई हैं। डिजिलॉकर प्लेटफ़ॉर्म पर लगभग 37 करोड़ उपयोगकर्ताओं के 776 करोड़ दस्तावेज़ संग्रहित किए गए हैं। दीक्षा शिक्षा प्लेटफ़ॉर्म ने 17 करोड़ 95 लाख पाठ्यक्रम नामांकन और 14 करोड़ 37 लाख पूर्णता के साथ 556 करोड़ 37 लाख शिक्षण सत्रों की सुविधा प्रदान की है।
भारत का डेटा सेंटर उद्योग तेजी से विस्तार कर रहा है, दिल्ली, पुणे, भुवनेश्वर और हैदराबाद में राष्ट्रीय डेटा केंद्र सरकारी कार्यों के लिए क्लाउड सेवाएँ और आपदा रिकवरी प्रदान कर रहे हैं। 300 से अधिक सरकारी विभाग अब क्लाउड सेवाओं का उपयोग करते हैं। सरकारी ई-बाजार, उमंग, एपीआई सेतु, कोविन और आरोग्य सेतु जैसे प्लेटफ़ॉर्म भारत के डिजिटल परिवर्तन को आगे बढ़ा रहे हैं तथा सार्वजनिक सेवाओं और शासन में सुधार कर रहे हैं।