खेल राज्यमंत्री रक्षा खडसे ने कहा कि भारत की 2036 ओलिम्पिक की मेजबानी की दावेदारी मात्र अंतर्राष्ट्रीय वक्तव्य नहीं बल्कि विश्वस्तरीय ढांचा तैयार करने की सुविचारित योजना है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम अर्थव्यवस्था को बढावा देते हैं और देश के युवाओं से जुड़े सामाजिक मुद्दों का समाधान करते हैं। एक न्यूज एजेंसी के साथ साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि इससे देश में स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता आती है और विकास को बढा़वा मिलता है।
खेल मंत्री ने इस आलोचना को भी नकार दिया कि देश को ओलिम्पिक की मेजबानी जैसे महंगे आयोजन से पहले खेल महाशक्ति बनने पर ध्यान देने की जरूरत है। खेल मंत्री ने कहा कि ओलिम्पिक की मेजबानी युवाओं को राष्ट्र-निर्माता के रूप में नेतृत्व का अवसर भी देती है।