इस वर्ष नवंबर में भारत का बुनियादी ढांचा उत्पादन पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 1.8 प्रतिशत बढ़ा है। इसे आठ प्रमुख उद्योगों के संयुक्त सूचकांक से मापा जाता है। अक्टूबर महीने में इसकी वृद्धि दर ऋणात्मक यानी माइनस 0.1 प्रतिशत रही थी।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी किए गए तत्कालिक आंकड़ों के अनुसार, सीमेंट, इस्पात, उर्वरक और कोयला सहित भारत के चार प्रमुख क्षेत्रों में पिछले महीने वृद्धि दर्ज की गई।
सीमेंट उत्पादन में 14.5 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़त देखी गई, इस्पात उत्पादन 6.1 प्रतिशत बढ़ा, उर्वरक उत्पादन 5.6 प्रतिशत बढ़ा, जबकि कोयले के उत्पादन में 2.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसके उलट, कच्चे तेल का उत्पादन 3.2 प्रतिशत घटा, प्राकृतिक गैस उत्पादन में ढाई प्रतिशत की गिरावट रही, बिजली उत्पादन 2.2 प्रतिशत नीचे आ गया, और पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादों में 0.9 प्रतिशत की कमी आई।
एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से नवंबर की अवधि में आईसीआई की संचयी वृद्धि दर अस्थायी रूप से 2.4 प्रतिशत बताई गई है।