भारत का उच्चस्तरीय संसदीय शिष्टमंडल आज संयुक्त अरब अमीरात पहुंचा। यह शिष्टमंडल आतंकवाद के विरूद्ध अंतरराष्ट्रीय सहमति बनाने और क्षेत्रीय सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने के भारत के व्यापक कूटनीतिक अभियान का हिस्सा है। यह पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के ऑपरेशन सिंदूर का एक प्रमुख घटक है।
शिष्टमंडल ने संयुक्त अरब अमीरात संघीय राष्ट्रीय परिषद के रक्षा मामलों, आंतरिक और विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष अली राशिद अल नूमी और अन्य सदस्यों के साथ व्यापक चर्चा की। इन चर्चाओं से आतंकरोधी प्रयासों में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच महत्वपूर्ण सहयोग और प्रगाढ हुआ है।
डॉ. अल नूमी ने कहा कि हम आतंकवाद से लड़ने के प्रयासों में भारत के साथ पहले से ही सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि भारत अब सबसे बड़े देशों में से एक है और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में बहुदलीय शिष्टमंडल में भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज, अतुल गर्ग और राज्यसभा सदस्य मनन कुमार मिश्रा, मोहम्मद बशीर, वरिष्ठ भाजपा नेता एसएस अहलूवालिया और पूर्व राजदूत सुजान चिनॉय शामिल हैं।
शिष्टमंडल ने यात्रा के आरम्भ में अबू धाबी में संयुक्त अरब अमीरात के मंत्री शेख नाहयान बिन मुबारक अल नाहयान से मुलाकात की। बैठक में आतंकवाद से निपटने के लिए दोनों देशों ने साझा संकल्प व्यक्त किया।