भारत और सिंगापुर ने आज ग्रीन और डिजिटल शिपिंग कॉरिडोर -जीडीएससी के लिए आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका उद्देश्य जहाजरानी गलियारे को डिजिटलीकरण करना और कार्बन रहित बनाना है।
सिंगापुर के समुद्री और बंदरगाह प्राधिकरण और बंदरगाह, शिपिंग मंत्रालय ने एक संयुक्त विज्ञप्ति में कहा कि सिंगापुर-भारत ग्रीन और डिजिटल शिपिंग कॉरिडोर, दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ाएगा और शून्य या लगभग शून्य ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन- जी एस जी प्रौद्योगिकी के विकास और उसे अपनाने तथा डिजिटल समाधानों में तेजी लाना है।
एलओआई पर भारत के बंदरगाह, शिपिंग और जलमार्ग मंत्रालय के संयुक्त सचिव आर. लक्ष्मणन और सिंगापुर के समुद्री और बंदरगाह प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टीओ इंग दिन्ह ने हस्ताक्षर किए। सिंगापुर समुद्री सप्ताह के दौरान आयोजित हस्ताक्षर समारोह 24-28 मार्च, 2025 तक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें सिंगापुर के वरिष्ठ स्थिरता और पर्यावरण राज्य मंत्री एमी खोर और भारत के बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल मौजूद थे।