भारत और लक्ज़मबर्ग ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष अन्वेषण में सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई है। नई दिल्ली में एक बैठक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और लक्ज़मबर्ग ग्रैंड डची के राजदूत क्रिश्चियन बीवर ने यूरोपीय बाजारों में भारतीय अंतरिक्ष स्टार्टअप को बढ़ावा देने के अवसरों पर विचार-विमर्श किया। मंत्रालय ने कहा कि बैठक में साइबर सुरक्षा, क्वांटम प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे नवाचार-संचालित क्षेत्रों में संयुक्त पहलों को आगे बढ़ाने पर विचार किया गया।
डॉ. सिंह ने विज्ञान और नवाचार में एक प्रमुख अन्वेषक के रूप में देश के उभरने पर ज़ोर दिया। भारत अब दुनिया में वैज्ञानिक प्रकाशनों और स्टार्टअप गतिविधियों में शीर्ष तीन देशों में शामिल है। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन ने भारत को अंतरिक्ष निर्माण और अनुसंधान के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में स्थापित किया है। भारत और लक्ज़मबर्ग के बीच सक्रिय भागीदारी पर डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि लक्ज़मबर्ग के दो उपग्रहों को पीएसएलवी रॉकेट से प्रक्षेपित किया गया।