राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा कि भारत और यूरोपीय संघ, विश्व के दो सबसे बड़े और जीवंत लोकतंत्र, खुले बाजार वाली अर्थव्यवस्था और बहुलवादी समाज हैं। उन्होंने कहा कि भारत-यूरोपीय संघ के संबंधों का ग्राफ निरंतर प्रगति पर है।
उन्होंने यह बात कल नई दिल्ली स्थित संसद भवन में यूरोपीय संसद की अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मामलों की समिति (आईएनटीए) के एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत के दौरान कही। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भारत के लिए आईएनटीए की स्थायी प्रतिवेदक क्रिस्टीना मैस्ट्रे ने किया। बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) जल्द ही पूरा हो जाएगा।
संसदीय आदान-प्रदान में अच्छी गति पर संतोष व्यक्त करते हुए, उपसभापति ने पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले के बाद इस वर्ष जून में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल की ब्रुसेल्स यात्रा का स्मरण किया। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि इस तरह के नियमित संसदीय आदान-प्रदान भारत-यूरोपीय संघ के बीच आपसी साझेदारी के सुदृढ़ीकरण का प्रतीक हैं।