भारत और यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ई.एफ.टी.ए.) से जुड़े देशों के बीच इस वर्ष मार्च में हस्ताक्षर किए गए व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौते- टी.ई.पी.ए. से 100 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा। इस समझौते से 99 दशमलव छह प्रतिशत भारतीय निर्यात को बढ़ावा मिलने और यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ से जुड़े देशों के बाज़ारों तक पहुंच मिलने की सम्भावना है।
वाणिज्य विभाग के सचिव सुनील बर्थवाल के नेतृत्व में नॉर्वे गए भारत के एक शिष्टमंडल की यात्रा के दौरान यह जानकारी दी गई। टी.ई.पी.ए. एक आधुनिक और महत्वाकांक्षी व्यापार समझौता है, जिसके माध्यम से भारतीय उत्पादों को ई.एफ.टी.ए. देशों के बाज़ारों में पहुंच के साथ-साथ, शुल्क में 92 दशमलव दो प्रतिशत की रियायत भी मिलेगी। इसके अंतर्गत गैर-कृषि उत्पादों पर से शुल्क पूरी तरह हटाने और प्रसंस्कृत कृषि उत्पादों पर पर्याप्त रियायत देने का प्रावधान है।
भारत ने चार विकसित देशों- स्विटरजरलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे और लिस्टेंस्टीन के साथ व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौते (टी.ई.पी.ए.) पर हस्ताक्षर किए हैं। इन देशों को यूरोप में महत्वपूर्ण आर्थिक शक्ति माना जाता है। द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किए गए इस समझौते में विभिन्न प्रकार की वस्तुएं, सेवाएं और क्षेत्र शामिल हैं।