भारत और जापान के बीच टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता आज नई दिल्ली में आयोजित हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर तथा जापान के रक्षा मंत्री किहारा मिनोरू और विदेश मंत्री सुश्री योको कामिकावा ने बैठक में भाग लिया।
इस वार्ता में दोनों देशों ने द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की और परस्पर संबंधों को मजबूत बनाने की नई संभावनाएं तलाशी । आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान भी किया गया। बैठक के बाद एक प्रैस वक्तव्य में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों देशों के बीच परस्पर संबंधों में सितम्बर 2022 में तोक्यो में आयोजित बैठक के बाद काफी प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि ऐसा दोनों देशों के रक्षामंत्रालयों के बीच सहयोग और समन्वय से संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि हिन्द प्रशांत क्षेत्र की शांति और स्थायित्व के लिए भारत और जापान की साझेदारी कई मायनों में महत्वपूर्ण हैं। इस क्षेत्र के संबंध में दोनों देश अपनी सोच साझा करते हैं। रक्षामंत्री ने कहा कि आज की बैठक में भारत और जापान दोनों ने हिन्द प्रशांत क्षेत्र की शांति और सुरक्षा के लिए सार्थक सहयोग की प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि बैठक में रक्षा और सुरक्षा के संबंध में सार्थक दृष्टिकोण साझा किये गए। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में भारत और जापान से जुडे क्षेत्रीय और वैश्विक परिदृश्य काफी कुछ एक दूसरे से जुडे हैं। उन्होंने कहा कि उथल पुथल भरे मौजूदा वैश्विक हालात में दोनों देशों के लिए विश्वसनीय साझेदारों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता दोनों देशों के बीच सहयोग बढाने का एक सुअवसर रही। उन्होंने इस अवसर पर जापान के फुकुओका में जल्द ही भारतीय वाणिज्य दूतावास खोले जाने की घोषणा की।