भारत-ओमान रणनीतिक परामर्श समूह की 14वीं बैठक कल ओमान के मस्कट में आयोजित की गई। इस बैठक की सह-अध्यक्षता विदेश मंत्रालय में वाणिज्य दूतावास, पासपोर्ट और वीज़ा तथा प्रवासी भारतीय मामलों के सचिव अरुण कुमार चटर्जी और ओमान सल्तनत के विदेश मंत्रालय में राजनीतिक मामलों के अवर सचिव शेख खलीफा अलहार्थी ने की।
बैठक में भारत और ओमान के बीच राजनीतिक, रक्षा, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, कृषि, शिक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच संबंधों सहित बहुआयामी रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की गई। दोनों पक्षों ने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की।
भारत और ओमान के बीच ऐतिहासिक रूप से मधुर, घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं, जो व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों पर आधारित हैं। इस वर्ष भारत और ओमान के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ है। वित्तीय वर्ष 2024-2025 में 10.61 बिलियन डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार और दोनों देशों के बीच बढ़ते निवेश के साथ आर्थिक और वाणिज्यिक जुड़ाव द्विपक्षीय संबंधों का एक प्रमुख स्तंभ है।
ओमान में लगभग 6 लाख 75 हजार भारतीय हैं। ये लोग दोनों देशों के बीच संबंधों को मज़बूत करने के लिए एक जीवंत सेतु का काम करते हैं। रणनीतिक सलाहकार समूह की बैठक अगले वर्ष नई दिल्ली में आयोजित करने पर सहमति बनी।