पेंटागन ने कहा है कि भारत-अमरीका रक्षा संबंधों में क्रांतिकारी परिवर्तन और अतुल्य गति आई है। अमरीकी रक्षा मंत्रालय ने दक्षिण एशिया मामलों के निदेशक सिद्धार्थ अय्यर ने कहा कि दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध अब प्रमुख मुद्दों पर मतभेदों के बजाए समग्र प्रक्रिया और गति से अधिक परिभाषित हैं। उन्होंने अमरीका-भारत रक्षा साझेदारी के भविष्य पर गोलमेज सम्मेलन में यह बात कही। यह सम्मेलन प्रौद्योगिकी सहयोग और समुद्री रणनीति पर केन्द्रित था।
श्री अय्यर ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच निरंतर संपर्क से दोनों देशों के संबंधों के महत्व का पता चलता है। उन्होंने कहा कि कैलेण्डर वर्ष में शायद ही कोई ऐसा महीना रहा होगा, जब दोनों पक्षों के बीच उच्चस्तरीय संपर्क न हुआ हो और उसमें भी दोनों सरकारों के बीच मध्यम स्तर का विचार-विमर्श तो हुआ ही होगा।
अमरीकी विदेश मंत्रालय के राजनीतिक-सैन्य अधिकारी रयान हॉलीवे ने कहा कि भारत के साथ अमरीका की साझेदारी विश्व के सबसे अधिक महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है।
उन्होंने कहा कि रणनीतिक साझेदारी मुफ्त और खुले हिन्द-प्रशान्त क्षेत्र तथा 21वीं सदी का महत्वपूर्ण स्तम्भ है।