थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने कहा कि भारतीय सेना के भविष्य को मज़बूती प्रदान करने वाली सभी पहलें, आधुनिक और प्रौद्योगिकी अनुकूल सुरक्षाबलों को आकार देने के प्रयासों का हिस्सा है। आज नई दिल्ली में, चौथे जनरल सुंदरजी मेमोरियल व्याख्यान को संबोधित करते हुए जनरल मनोज पांडे ने युद्धक्षेत्र के डिजिटलीकरण, सूचना युद्ध, प्रौद्योगिकी समावेशन, पारंपरिक रणनीतियों और बल संरचना के क्षेत्र में जनरल के. सुंदरजी के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला, जो उनकी पुस्तक ‘विज़न 2100’ में परिलक्षित होता है।
इस व्याख्यान में 13वें सेना प्रमुख, जनरल के सुंदरजी को याद किया गया। उन्हें ‘मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट का जनक’ भी कहा जाता है। वह एक कुशल सैनिक और दूरदर्शी व्यक्ति थे, जो रणनीतिक दूरदर्शिता के लिए जाने जाते थे।