भारतीय सेना की असम रेजीमेंट के प्रसिद्ध सेवानिवृत्त सूबेदार थानसिया को आज भावभीनी विदाई दी गई। एक सौ दो वर्ष की आयु में कल उनका निधन हो गया। मिजोरम के रहने वाले सूबेदार कोहिमा के युद्ध में अपने पराक्रम और जेसामी में तैनाती के दौरान पहली असम रेजिमेंट की विरासत को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए हमेशा याद किए जायेंगे।
सेवानिवृत्त होने के बाद भी सूबेदार थानसिया समुदाय और देश की सेवा में लगे रहे। उनके श्रद्धांजलि समारोह में असम रेजिमेंट और विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग उपस्थित हुए। राष्ट्र के प्रति उनके योगदान और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उनकी अनुकरणीय सेवा को हमेशा बहादुरी, नेतृत्व और कर्तव्य के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के प्रतीक के रूप में याद किया जाएगा। देश और मानवता की सेवा के लिए बलिदान देने वाले सूबेदार थानसिया का जीवन आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।