भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की तीन दिन की बैठक आज शुरू होगी। विशेषज्ञों के अनुसार रिजर्व बैंक की प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होने की संभावना है। खाद्य मुद्रास्फीति और आर्थिक विकास का जोखिम बैंक की प्रमुख चिंता हैं।
सरकार ने रिजर्व बैंक को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति को 4 प्रतिशत के अन्दर बनाये रखने का काम सौंपा है।
इस महीने की शुरुआत में, समिति का पुनर्गठन किया गया था। इसमें तीन नए सदस्य शामिल हुए थे। समिति के अध्यक्ष और रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास बुधवार को समिति की बैठक के परिणामों की जानकारी देंगे।