विदेश मंत्रालय ने आज कहा कि भारतीय एजेंसियां हाल ही में कनाडा में गिरफ्तार किये गए घोषित आतंकवादी अर्श सिंह गिल उर्फ अर्श दल्ला के प्रत्यर्पण के लिए जरूरी कार्रवाई करेंगी। अर्श दल्ला खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कनाडा में उसकी गिरफ्तारी के संबंध में मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि भारत में अर्श दल्ला के आपराधिक रिकॉर्ड और कनाडा में इसी तरह की अवैध गतिविधियों में उसकी संलिप्तता को देखते हुए, यह उम्मीद की जाती है कि उसे भारत में न्याय का सामना करने के लिए प्रत्यर्पित या निर्वासित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस घोषित अपराधी की कनाडा में गिरफ्तारी के बारे में 10 नवंबर से चल रही मीडिया रिपोर्टें देखी हैं। उन्होंने कहा कि कनाडा में प्रिंट और विजुअल मीडिया ने उसकी गिरफ्तारी के संबंध में विस्तार से रिपोर्ट दी हैं और ओंटारियो कोर्ट ने मामले को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।
Our response to media queries regarding the arrest of a designated terrorist in Canada:https://t.co/c6CasRuteb pic.twitter.com/XfH4S5UzUr
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) November 14, 2024
अर्श दल्ला हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और आतंकी वित्तपोषण सहित आतंकवादी कृत्यों के 50 से अधिक मामलों में घोषित अपराधी है। उसके खिलाफ मई 2022 में रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। उसे 2023 में भारत में आतंकवादी घोषित किया गया था। प्रवक्ता ने कहा कि पिछले वर्ष जुलाई में भारत ने कनाडा से उसकी अस्थायी गिरफ्तारी का अनुरोध किया था, जिसे अस्वीकार कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि अर्श दल्ला के संदिग्ध आवासीय पते, भारत में उसके वित्तीय लेनदेन, चल-अचल संपत्तियों तथा मोबाइल नंबरों के विवरण को सत्यापित करने के लिए पारस्परिक कानूनी सहायता संधि के तहत कनाडा को अलग से भी अनुरोध भेजा गया था। श्री जयसवाल ने कहा कि कनाडा के न्याय विभाग ने पिछले वर्ष दिसंबर में इस मामले में अतिरिक्त जानकारी मांगी थी और इस वर्ष मार्च में इन सवालों का जवाब भेज दिया गया था।